Priyanka06

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लेखनी प्रतियोगिता -09-Aug-2023 आओ आज प्रीतम हमारे

सार छंद गीत
शीर्षक-आओ प्रीतम आज हमारे
बिजली चमकी बादल गरजे, सावन बरसे धारा।
आओ प्रीतम आज हमारे, हमने रूप निखारा।।

टिप -टिप बूॅंदे रदपुट छूती, हिय में आग लगातीं।
सजन प्रेम की हूॅं मैं प्यासी, मेरा विरह बढ़ाती।।
पंकज बनकर तन महकाओ, तुम ही एक सहारा।
बिजली चमकी बादल गरजे, सावन बरसे धारा।।

 पैरों में बजती पायलिया , तुमको पास बुलाती
खन -खन करती चूड़ी मेरी, प्रीतम तुम्हें रिझाती।।
 कहती ये कजरारी ऑंखें, तुमने हमें सॅंवारा।
बिजली चमकी बादल गरजे, सावन बरसे धारा।।

लेखिका
प्रियंका भूतड़ा प्रिया

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2 Comments

बहुत ही सुंदर और भावनात्मक अभिव्यक्ति

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Varsha_Upadhyay

10-Aug-2023 08:51 PM

बहुत खूब

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